तूफानी रात में गुंडों से अपनी जान बचाकर भागती हुयी एक छोटी बच्ची जा टकराई एक प्रेत से। जेकब नाम के उस प्रेत ने गुडों से बचायी उस बच्ची की जान और उसको ले आया इरी की गुफा में। इरी की गुफा जहाँ बसते थे सद आत्माएं और प्रेत और रहता था इन प्रेतों का गुरु इरी। एक बच्ची को प्रेत गुफा में लाने पर इरी हुआ बेहद नाराज़ और दिया जेकब को आदेश बच्ची को वापस छोड़ कर आने का। बच्ची को वापस छोड़ने पहुंचा प्रेत जेकब खुद फंस गया मुसीबत में जब एक तांत्रिक लड़की कपाली ने उसको कर लिया कैद तब उसकी मदद की उसी बच्ची ने और जेकब बन गया उसका प्रेत अंकल। प्रेत अंकल ने कर दिया कपाली को समाप्त परन्तु मरते-मरते भी कपाली ने मदद को पुकारा अपने पिता को जो कोई और नहीं इरी ही था। अब इरी को देनी थी प्रेत अंकल को अपनी बेटी को मारने की सजा। और फिर..........?
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