परमाणु को जुर्म ख़त्म करने के लिए किया जा रहा था सम्मानित परन्तु सब हो गए हैरान जब मंच पर पहुंचे 2-2 परमाणु। इन दो-दो परमाणुओं को देखकर परमाणु के निर्माता प्रोफ़ेसर कमलकांत भी आ गए चक्कर में। असली परमाणु की पहचान के लिए प्रोफ़ेसर ने रखी दोनों परमाणुओं के बीच प्रतियोगिता। प्रतियोगिता में नकली परमाणु की मदद की उसको भेजने वाले अपराधी फेफड़ा ने। और अलसी परमाणु को बंदी बनाकर नकली परमाणु ने हासिल कर ली प्रोफ़ेसर से उनकी विनाशकारी टॉर्च और प्रोफ़ेसर को भी बना लिया कैदी। और फिर..........?
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