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Wednesday, March 16, 2011

आतंक की आग

कोण्डा राज्य, जहाँ का राजा कुल्लड़ बेहद जालिम और निर्दयी था जो अपने मनोरंजन के लिए अपनी प्रजा पर जुल्म करता यहाँ तक की मासूम बच्चों को भी नहीं बख्शता और यदि कोई नागरिक उसकी आज्ञा नहीं मानता तो उसे उसके पूरे परिवार समेत ख़त्म करवा देता। अपने राजा के इन अत्याचारों से मुक्ति पाने के लिए राज्य का प्रतिनिधि बन वीर योद्धा भुजाक जा पहुंचा मदद लेने राजा चोलीदामन के पास। राजा चोलीदामन ने अपने तीन मित्र राजाओं की विशाल सेना लिए आक्रमण कर दिया कोण्डा राज्य पर। परन्तु राजा कुल्लड़ की तिलिस्मी सेना का नहीं कर पाए सामना। तब भुजाक ने इस अत्याचार का विनाश करने के लिए पुकारा तिलिस्मदेव को। और फिर............?

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