डाकू हलकान सिंह के दल में जुर्म और दरिंदगी में बीच पले बढे सूरज ने अपने जिस्म को जिम की आग में तपा कर बना डाला फौलाद का और कुत्ते का मास्क धारण कर डोगा बनकर बदला लिया अपने दुश्मन हलकान सिंह से परन्तु हलकान सिंह ने भी उस पर चला दी थी गोली, तब डोगा की जान बचायी उसके गुरु अदरक चाचा ने। इधर मुंबई शहर के चार टपोरी बदमाश ठुमरी, बॉबी, हड्डल और काकू जिन्होंने रहस्यमय अपराधी गैंडा की शह पाकर मचा दिया मौत का तांडव। जब सूरज ने फिर डोगा बनकर उन चारों को ख़त्म करने निकलना चाहा तो उसको आकर रोक दिया अदरक चाचा ने। और फिर................?
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