शलाका, क्रूर बेरहम जालिम लुटेरा जिसने मचा रखा था आतंक। उसके आतंक से त्रस्त राजाओं ने शलाका से निबटने के लिए मुनि भीष्माचार्य ने दिया उनको एक अद्भुत योद्धा शुक्राल। परन्तु शुक्राल ने पहली ही मुठभेड़ में शलाका की जान बचाकर उसे भाग जाने का मौका दे दिया क्योंकि शलाका था शुक्राल को युद्ध कला सिखाने वाला गुरु। परन्तु शलाका को अगली बार नहीं जाने देने का वचन लिया शुक्राल ने और उसको उतार दिया मौत के घाट। परन्तु मरते हुए भी शलाका ने मांगी शुक्राल से गुरु दक्षिणा, शुक्राल की जान। और फिर..............?
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