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Sunday, March 20, 2011

पहाड़ी बाबा

लोहगढ़ जहाँ एक पहाड़ी पर आवास था पहाड़ी बाबा का, दूर दूर से लोग उनके दर्शन को आते और अपनी समस्याओं का समाधान पाते, मोह माया से दूर पहाड़ी बाबा पूरे नगर में थे प्रसिद्ध। नगर में आतंक मचा रखा था डाकुओं के एक दल ने राजा मकरध्वज ने डाकुओं को पकड़ने की कई कोशिशें की परन्तु सब व्यर्थ। तब मकरध्वज ने मदद लेने पहुंचे पहाड़ी बाबा के पास और उनको बताया की उन्हें हैं शक दुर्जन सिंह पर जो उस डाकू संग्राम सिंह का बेटा है जिसे मकरध्वज ने बरसों पहले सजा दी थी। इधर मकरध्वज के दोनों पुत्र राजकुमार आदित्य और अश्विनी भी थे परेशान डाकुओं के हमले से। पहाड़ी बाबा इससे पहले की डाकुओं को पकड़ने का कोई उपाय कर पाते दुर्जन सिंह ने कर लिया अपहरण दोनों राजकुमारों का। और फिर...............?

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