Pages

Friday, March 4, 2011

खूनबूंद

अश्वराज, रथ मैराथन का विजेता दुष्ट तूताबूता का अंत करने बाद अपनी पत्नी कुदुमछुम्बी को साथ ले वापस लौट चला अपने देश अश्वलोक। इधर अश्वलोक में अश्वराज और उसके पिता तारपीडो की वापसी से बौखला गया महामंत्री खूनबूंद क्योंकि उसे खुद चाहिए थी राजगद्दी। इसलिए उसने सबसे पहले अश्वलोक के सम्राट तारपीडो का कर दिया क़त्ल और अश्वराज की बहन राजकुमारी घोड़ीलेखा का कर लिया अपहरण। अश्वलोक पहुंचकर जब अश्वराज को पता चली खूनबूंद की यह कारस्तानी तो उसको ढूंढने निकल पड़ा वह परन्तु अश्वराज की राह में खूनबूंद ने बिछा रखा था मौत का जाल। और फिर.............?

No comments:

Post a Comment