विशालगढ़ में इन दिनों चल रही थी कुश्ती प्रतियोगिता। जिसमे दारापुर का पहलवान दारा एक-एक करके सभी पहलवानों को चित्त कर रहा था। विशालगढ़ की प्रतिष्ठा बचाने के लिए विक्रमसिंह ने ऐलान किया दारा और बांकेलाल की कुश्ती का। पर बेचारा बांकेलाल कुश्ती से बचने के लिए राजमहल छोड़कर भाग निकला और जा पहुंचा विशालगढ़ के जंगल की एक रहस्यमय गुफा में जहाँ अनजाने में बांकेलाल का रक्त पीकर जिंदा हो गया मुर्दा शैतान। और फिर.............................?
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