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Tuesday, August 17, 2010

बांकेलाल और अंगुलिमाल

चन्दनगढ़ का डाकू अंगुलिमाल जो चन्दनगढ़ के कारागार में बंद था वहां से भाग निकला। डाकू अंगुलिमाल ने कसम खाई थी चन्दनगढ़ की राजकुमारी कुरुपलता से विवाह करने की जिसकी शादी हो चुकी थी विशालगढ़ के राजा विक्रमसिंह के साथ। जब अंगुलिमाल को पाता चला की कुरुपलता की शादी हो चुकी है तो उसने विक्रमसिंह को मरने की ठान ली और वह चल पड़ा विशालगढ़ की तरफ जहाँ उसकी मुलाकात हुई खुराफाती बांकेलाल से। उसने बांकेलाल को अपने साथ मिलाकर विक्रमसिंह को फंसाने की योजना बनाई। और बांकेलाल धोखे से विक्रमसिंह को अपने साथ ले चला अंगुलिमाल के पास। और फिर......................?

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