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Wednesday, August 25, 2010

तीन महारथी

सूर्यावर्त के राजा ऋतुराज जिनके यहां जन्म लिया तीन राजकुमारों ने परन्तु दुर्भाग्य वश तीनों राजकुमार गंगा नदी की लहरों में अपने माता पिता से बिछुड़ गए। एक राजकुमार जा पहुंचा महर्षि अगस्त के पास जिसको राक्षसराज शम्बरासुर से निजात पाना था। दूसरा पुत्र मिल गया जादूगर कालनेमि को जो बनना चाहता था सबसे शक्तिशाली जादूगर वहीं तीसरे राजकुमार को पाला पोसा राक्षसराज शम्बरासुर ने जो पाना चाहता था अमरता का वरदान। तीनों को अपना मकसद पूरा करने के लिए चाहिए थी भास्कर नगर की राजकुमारी सारंगा। राजकुमारी के बड़ें होनें पर तीनों द्वारा पालपोस कर बड़े किए तीनों महारथी राजकुमार चल पड़े उनका मकसद पूरा करने। और फिर............?

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