कैदी न. 100 चामुण्डा जो जेल की कैद से हो गया फरार। पूरी पुलिस फोर्स के साथ ही इंस्पेक्टर बलदेव भी लग गया उसके पीछे। कैदी न. 100 भी बलदेव से लेना चाहता था बदला क्योंकि उसने ही पकड़ा था उसे। कैदी न. 100 चामुण्डा पुलिस से भागता हुआ जा पहुंचा एक टापू पर। पुलिस वाले जब उसकी तलाश में पहुंचे उस टापू पर तो वहां उन्हें मिली कैदी न. 100 चामुण्डा की लाश। और तभी उन पर हमला किया एक धुँए की परछाई ने। तब इंस्पेक्टर बलदेव भी जा पहुंचा उस टापू पर उस रहस्मय परछाई का रहस्य जानने। और फिर........?

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