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Thursday, August 26, 2010

कंकाल का खजाना

अश्वपुरी का राजा अश्वयुद्ध जिसको अपने खजाने से था बेहद प्रेम अपने इस खजाने के लालच के कारण वह अपनी प्रजा पर भी करता था अत्याचार। अपने खजाने के सामने वो अपनी रानी और बेटियों को भी कुछ नहीं समझता। यह देख अश्वपुरी पर हमला कर दिया पड़ोसी देश मगध के राजा मरीच ने। अपने पर हमले की खबर सुन राजा अश्वयुद्ध सारा खजाना लेकर निकल भागा। मगध के राजा मरीच ने कर लिया राज्य पर कब्जा और बना लिया रानी और राजकुमारियों को बन्दी। कैद में बंद रानी की मदद की एक रहस्यमय कंकाल ने जिसने उसको कैद से छुड़ाया और पहुंचाया मुनि कृपाचार्य तक। और फिर...........?

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