जादूगर त्रिकाल जो पांच वर्षों से नरबली दे कर रहा था तांत्रिक अनुष्ठान
ताकि उसको पता चल सके उस व्यक्ति का जो उसके लिए पाताललोक जाकर वहां से
देवी भैरवी की सोने की मूर्ती ला सके। अनुष्ठान पूरा होने पर उसे पता चला
की ये काम कर सकता है केवल सिंह देश के नूरपुर गाँव में रहने वाला गरीब लकडहारा
लड़का विक्रम। विक्रम से अपना मकसद पूरा करवाने के लिए त्रिकाल ने उसकी मां
को बनाया निशाना और सांप के रूप में उसे डस लिया और रूप बदलकर विक्रम को
बताया अपनी मान को बचाने का उपाय वही सोने के मूर्ती। और तब विक्रम निकल
पड़ा सोने की मूर्ती प्राप्त करने। और फिर...........?
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