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Tuesday, February 22, 2011

सोने की मूर्ती

जादूगर त्रिकाल जो पांच वर्षों से नरबली दे कर रहा था तांत्रिक अनुष्ठान ताकि उसको पता चल सके उस व्यक्ति का जो उसके लिए पाताललोक जाकर वहां से देवी भैरवी की सोने की मूर्ती ला सके। अनुष्ठान पूरा होने पर उसे पता चला की ये काम कर सकता है केवल सिंह देश के नूरपुर गाँव में रहने वाला गरीब लकडहारा लड़का विक्रम। विक्रम से अपना मकसद पूरा करवाने के लिए त्रिकाल ने उसकी मां को बनाया निशाना और सांप के रूप में उसे डस लिया और रूप बदलकर विक्रम को बताया अपनी मान को बचाने का उपाय वही सोने के मूर्ती। और तब विक्रम निकल पड़ा सोने की मूर्ती प्राप्त करने। और फिर...........?

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