Pages

Thursday, February 17, 2011

तिलिस्म का कैदी

मधुबनी का राजा जहिल सिंह जिसका था सपना चांदनीपुर और शक्तिनगर राज्यों पर कब्ज़ा करना परन्तु कई हमले के बाद भी वो अपने इस मकसद में नहीं हो पाया कामयाब। तभी जाहिल सिंह के हाथ लग गया घायल अवस्था में एक भयंकर राक्षस अंगोरा। अपना मकसद पूरा करने के लिए उसने चली एक चाल और अंगोरा की मदद से उसने अपहरण करवा लिया चांदनीपुर की राजकुमारी रश्मि को परन्तु अंगोरा को ख़त्म कर उससे रश्मि को छीन ले गया उसका दुष्ट भाई घनघोरा और लेजाकर कैद कर दिया उसे विचित्र तिलिस्म मोहिनीकला में। रश्मि को छुड़ाने के लिए निकला शक्तिनगर का राजकुमार और रश्मि का मंगेतर अंकित मोहन परन्तु वो भी बन बैठा उस तिलिस्म का कैदी। अब दोनों को छुड़ाने का संकल्प लिए रश्मि का भाई राजकुमार कुलदीप पहुँच गया तिलिस्म को तोड़ने। और फिर..............?

No comments:

Post a Comment