अस्थियुद्ध जो अपने बड़े भाई भीम युद्ध को सिंहासन से हटाकर खुद बनना चाहता था अस्थिनगर का राजा परन्तु भीम युद्ध ने उसे हराकर निकाल दिया राज्य से। तब अस्थियुद्द ने वर देवता को प्रसन्न कर प्राप्त किया कंकाल केतु जिससे वो किसी भी इंसान के कंकाल को उसके शरीर से निकाल कर अपना गुलाम बना सकता था। अस्थियुद्ध ने विशालगढ़ की तलाश कर रहे बांकेलाल और विक्रमसिंह को बनाया निशाना और उनके कंकाल को अपना गुलाम बना कर भेज दिया अस्थिनगर और कंकाल लेने। इधर बिना कंकाल के बांकेलाल और विक्रम सिंह भी पहुंचे अस्थिनगर जहाँ उन्हें अस्थियुद्द का आदमी समझ सैनिक पैड गए दोनों के पीछे। और फिर...........?
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