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Friday, May 6, 2011

बांकेलाल और अस्थियुद्ध

अस्थियुद्ध जो अपने बड़े भाई भीम युद्ध को सिंहासन से हटाकर खुद बनना चाहता था अस्थिनगर का राजा परन्तु भीम युद्ध ने उसे हराकर निकाल दिया राज्य से। तब अस्थियुद्द ने वर देवता को प्रसन्न कर प्राप्त किया कंकाल केतु जिससे वो किसी भी इंसान के कंकाल को उसके शरीर से निकाल कर अपना गुलाम बना सकता था। अस्थियुद्ध ने विशालगढ़ की तलाश कर रहे बांकेलाल और विक्रमसिंह को बनाया निशाना और उनके कंकाल को अपना गुलाम बना कर भेज दिया अस्थिनगर और कंकाल लेने। इधर बिना कंकाल के बांकेलाल और विक्रम सिंह भी पहुंचे अस्थिनगर जहाँ उन्हें अस्थियुद्द का आदमी समझ सैनिक पैड गए दोनों के पीछे। और फिर...........?

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