परीलोक पर कब्ज़ा किये हुए थे तीन शैतान कचरा, मैला और चोरबालू। इन खतरों को समाप्त कर फिर से परीलोक को बसाने के लिए पृथ्वी से भोकाल और तुरीन को ले आये महागुरु भोकाल। भोकाल निकल पड़ा परीलोक की सफाई पर परन्तु उसका रास्ता रोकने आये तीनों शैतानों के सेवक। भोकाल के आ जाने से उन तीन शैतानों के अलावा भी कुछ और शक्तियां उठ खड़ी हुयी और उनमे से एक ध्रूमकाल ने छीन ली भोकाल से उसकी ढाल। इधर महागुरु भोकाल ने भोकाल को दिए शक्ति पर जिसके पीछे पड़ी थी वज्रकली और उसने भेज शक्ति पर लेन क्रूराकृति को। इधर भोकाल को सुनाई दी एक रहस्यमय परी फिज़ा की चीख जिसका पीछा करते हुए भोकाल जा पहुंचा महागुरु भोकाल के एक हमशकल अचम्भा के महल में और छुड़ा लाया फिजा को। और फिर........?
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