प्राचीन काल से इस कलयुग के राजनगर शहर में योद्धा के बाद अब आगमन हुआ गुलामों की मल्लिका और योद्धा की दुश्मन लोहांगी का और वो निकल पड़ी योद्धा की तलाश में। इधर योद्धा की टक्कर हुयी राजनगर में आतंक का पर्याय बन चुके बलवा के गुंडों से जहाँ योद्धा की मदद को पहुंची प्राचीन काल की एक और हस्ती शांबरी जिसने योद्धा को बताया की कैसे उसकी मदद की हिमालय में रहने वाले महर्षि भभूतदेव ने। इधर बलवा और योद्धा के हाथों पहले से पिट चुके गुडों के सरदार डायमंड बन चुके थे योद्धा के दुश्मन। और भभूतदेव ने इन प्राचीन काल के लोगों का यहाँ आगमन का रहस्य जानने के लिए अपने पुत्र तपराज को भेज दिया प्राचीन काल में। और फिर.........?
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