अमीर सेठ गिरधारीलाल का बेटा बादल जिसके दोनों गुर्दे हो चुके थे ख़राब और उसके ब्लड ग्रुप का दूसरा गुर्दा मिलना हो रहा था मुश्किल। ऐसे में दुर्घटना का शिकार हो अस्पताल में भर्ती हुआ एक लड़का ब्रजेश जिसका ब्लड ग्रुप मैच करता था बादल के साथ। सेठ गिरधारी लाल और उसके परिवार ने अस्पताल के डॉक्टर के साथ मिलकर ब्रजेश का गुर्दा निकाल कर लगा दिया बादल को। इस ऑपरेशन से चली गयी ब्रजेश की जान जब यह बात पता चली ब्रजेश के भाई अतुल और बहन पिंकी को तो सेठ गिरधारी लाल और उसके बड़े बेटे इंस्पेक्टर गजराज ने उनका भी कर दिया क़त्ल। परन्तु उससे पहले ही पिंकी बुला चुकी थी अपने सबसे बड़े भाई तांत्रिक देवराज को। और फिर सेठ गिरधारी लाल के परिवार पर छाने लगा मौत का आतंक। और फिर......?
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