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Saturday, November 6, 2010

भोकाल

परीलोक जहाँ हमला किया राक्षसराज बोझ और भरकम ने और मार-काट मचा उठा ले गए परीलोक की सभी परियों को। परीलोक न नन्हा राजकुमार आलोप किसी तरह बच गया अकेला और अपनी माँ परीरानी ओसिका को ढूंढ़ता हुआ जा पहुंचा परीलोक के महागुरु भोकाल के पास जो स्वयं भी राक्षसों के हमले से घायल हो गए थे। महागुरु भोकाल ने दी राजकुमार आलोप को अपनी प्रलयंकारी तलवार और ढाल और साथ में दी अपनी प्रलयंकारी शक्ति की जब भी वो पुकारेगा भोकाल का नाम तो मिल जाएगी उसको प्रलयंकारी शक्ति। और इस भोकाल शक्ति को लेकर आलोप जा पहुंचा था तिलिस्मी ओलम्पाक अपनी माँ की तलाश में। और फिर............?

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