राक्षस वर्तासुर जो समुद्र के नीचे रहता और मानवों का भक्षण करने के लिए
समुद्र से निकलकर उनको एक अनोखे नीलकमल का लालच दे समुद्र के अन्दर ले
जाता. ऐसे ही उसने एक सुन्दर लड़की पुष्पांगी पर मोहित होकर उसको भी कर लिया
कैद, अपनी बेटी को बचाने की गुहार लिए पुष्पांगी का पिता सेठ बंसीलाल जा
पहुंचा अपने राजा महिपाल के दरबार में जहाँ पुष्पांगी को बचाने के लिए निकल
पड़ा राजकुमार वीरपाल. इधर समरपुरी के राजा समरसेन को भी चाहिए था नीलकमल
जिससे वो अपने पुत्र को ठीक कर सके. और फिर............?
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