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Thursday, November 4, 2010

कोकोरम का खज़ाना

प्रोफ़ेसर सागर ने कंकाल द्वीप पर आमंत्रित किया जौहर, तिरंगा, कड़कसिंह-फड़कसिंह को परन्तु कंकाल द्वीप पहुँचने पर उन्हें पता चला की प्रोफ़ेसर सागर का ब्लैक शार्क गिरोह ने कर लिया है अपहरण। इससे पहले कि  वे प्रोफ़ेसर को छुड़ाने का कोई प्रयास कर पाते ब्लैक शार्क गिरोह ने कर लिया तिरंगा और कड़कसिंह-फड़कसिंह का भी अपहरण परन्तु जौहर उनसे बचकर और भेष बदल कर उन अपराधियों के साथ ही शामिल हो गया और जा पहुंचा ब्लैक शार्क के अड्डे पर जिनको तलाश थी कोकोरम के खजाने की। और फिर....?

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