विकासनगर की धरती में से फूट पड़ी नरकाग्नि और महाचुड़ैल तन्त्रा ने बनायी तीन चुडैलें और उन्हें भेजा विकासनगर दस हजार बलि लेने तीनों चुडैलों ने विकासनगर में मचा दिया आतंक भोकाल और तुरीन ने जब उन्हें रोकने की चेष्टा की तो उन्होंने उनको भी जादुई शीशा दिखाकर कर लिया अपने में शामिल। राक्षस बने भोकाल और चुड़ैल बनी तुरीन ने विकासनगर पर मचा दी तबाही। तब उन पर से तन्त्रा का जादू तोडा घायल शूतान ने। परन्तु विकासनगर के राजा विकास मोहन ने शैतान के रूप में भोकाल और तुरीन को तबाही मचाने के जुर्म में दे दिया मृत्युदंड और विकासनगर की पूरी प्रजा ने भोकाल और तुरीन का पत्थर मार-मार कर कर दिया अंत। और फिर..............?
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