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Wednesday, April 13, 2011

हिंसा की जड़

शहर के युवाओं में फ़ैल रही थी एक रहस्यमय बीमारी जिसकी वजह से वह हो जाता था अचानक हिंसात्मक और कर देता था किसी पर भी हमला। इस रहस्य को नहीं सुलझा पाई पुलिस तो उन्होंने मदद ली जासूस टोपीचंद की। जासूस टोपीचंद लग गया युवाओं में फ़ैल रही हिंसा की जड़ तक पहुँचने में परन्तु तभी हो गया टोपीचंद के साथी काबुलीवाला का सामना एक और हिंसात्मक लड़के से जिसे पकड़ कर काबुलीवाला ले आया अपने घर। उसके बाद अचानक काबुलीवाला ही हो गया हिंसात्मक प्रवति का शिकार और उसने कर दिया टोपीचंद पर ही हमला। और फिर.........?

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