शहर के युवाओं में फ़ैल रही थी एक रहस्यमय बीमारी जिसकी वजह से वह हो जाता था अचानक हिंसात्मक और कर देता था किसी पर भी हमला। इस रहस्य को नहीं सुलझा पाई पुलिस तो उन्होंने मदद ली जासूस टोपीचंद की। जासूस टोपीचंद लग गया युवाओं में फ़ैल रही हिंसा की जड़ तक पहुँचने में परन्तु तभी हो गया टोपीचंद के साथी काबुलीवाला का सामना एक और हिंसात्मक लड़के से जिसे पकड़ कर काबुलीवाला ले आया अपने घर। उसके बाद अचानक काबुलीवाला ही हो गया हिंसात्मक प्रवति का शिकार और उसने कर दिया टोपीचंद पर ही हमला। और फिर.........?
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