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Monday, January 31, 2011

जहरघाटी

दुष्ट शक्तियों के चंगुल में फंसी कपाला के वार से घायल हो गए तुरीन और शूतान। उनको बचाने के लिए चाहिए था खूंखारा के खतरनाक प्राणी मंढोक का दूध। भोकाल ने खूंखारा के जंगलों में कई मुसीबतों का सामना कर प्राप्त कर लिया मंढोक का दूध परन्तु भोकाल से वो दूध छीन ले भागा शैतान झड़ोदा और छुपा दिया जहरघाटी में जहाँ के चप्पे-चप्पे पर फैला था जहर। भोकाल निकल पड़ा ज़हरघाटी से शैतान झड़ोदा से दूध प्राप्त करने और उसके साथ कदम-कदम पर था मन्त्रों का ज्ञाता तिल्ली। और फिर...........?

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