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Monday, January 3, 2011

बुलबुला का दैत्य

कंकड़ बाबा के शाप के कारण अलग-अलग योनियों से होते हुए इस बार बांकेलाल और विक्रमसिंह आ पहुंचे परीलोक जहाँ पकड़म-पकड़ाई खेलने के चक्कर में विक्रमसिंह जा घुसा दैत्यों के क्षेत्र में जिसका कारण परीलोक में समझा गया बांकेलाल को इसलिए बांकेलाल के पंख तोड़कर उसको लगा दिया गया बर्तन धोने के काम पर। इधर बुलबुला के दैत्यों को चाहिए थे परीलोक के परियों के पर ताकि उनकी मदद से वो उड़कर पृथ्वीलोक से खाने के लिए मानवों को पकड़ सके। इधर बांकेलाल ने परीलोक से बचने के लिए चाल चलकर सभी परियों के पंख तोड़कर फेंक दिए उधर परीलोक पर हमला बोल दिया बुलबुला के दैत्यों ने। और फिर............?

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