Pages

Thursday, October 21, 2010

दिव्यास्त्रों का चोर

ब्रहमऋषि नगर का शक्तिशाली राजा देवनागरी की मृत्यु के पश्चात रानी पन्ना ने संभाल ली राज्य की बागडोर। परन्तु राज्य की सुरक्षा की लिए उसको ज़रूरत थी एक दिव्यास्त्र की इसके लिए उसने अपने इष्टदेव की तपस्या कर प्राप्त किया दिव्यास्त्र परन्तु वह दिव्यास्त्र चुरा ले गया जादूगर कांय-कांय-छु। इष्टदेव ने रानी को दी थी चेतावनी की यदि वह दिव्यास्त्र खो जाता है तो 10 दिन के अन्दर उसको वापस प्राप्त करना आवश्यक है अन्यथा रानी पन्ना की हो जाएगी मृत्यु। इसलिए रानी पन्ना ने राज्य में की घोषणा की जो कोई दिव्यास्त्र ढूंढ़ लायेगा उसको राज्य का उत्तराधिकारी बना दिया जायेगा। और तब राज्य में रहने वाले तीन भाई चल दिया उस दिव्यास्त्र को प्राप्त करने। और फिर..........?

No comments:

Post a Comment