सिटी म्यूजियम में डाका डाला लुटेरों के एक दल ने और वहां से खजाना लूटकर छिपा दिया एक जंगल में परन्तु खजाना छिपाने के बाद वे पुलिस द्वारा मारे गये। वह खजाना मिला देवनाथ नाम के एक चित्रकार को पुलिस ने उसको पकड़ लिया परन्तु उसने पुलिस को खजाने का पता बताने से अच्छा चौदह साल जेल में गुजारना स्वीकार किया। परन्तु जेल में उसकी हो गई स्थिति खराब। मृत्यु की कगार में उसने खजाने का राज अपनी बेटी को दे दिया एक अपनी चार पेंटिंग्स के रूप में। परन्तु उसकी बेटी ने उन पेंटिंग्स को बेच दिया। और फिर............?
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