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Thursday, October 7, 2010

विचित्रसेना की तबाही

विराटनगर में हंगामा मचाया ज़मीन से निकलने वाले विचित्र जीवों ने और विराटनगर के सभी पुरुषों को खींच ले गए ज़मीन के अन्दर। राजा  विराटचन्दन ने की उनको रोकने की कोशिश पर रहे नाकाम। ये सब कर रही थी पुरुषों से नफरत करने वाली विचित्रसेना। जब इसका पता चला महर्षि कुंज्जक के आश्रम में शिक्षा ग्रहण कर रहे विराटचन्दन के पुत्र राजकुमार महाबली को तो महर्षि कुंज्जक ने उसको विचित्रसेना को ख़त्म करने का बताया उपाय, तिलिस्मदेव। और राजकुमार महाबली लग गया तिलिस्मदेव की तपस्या में। और फिर............?

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