क्रूर और अत्याचारी दुष्काल जिसने पूरे नगर और गाँव में मचा रखा था आतंक उसके आतंक को समाप्त किया राजकुमारी पल्लवी ने। उस वक़्त तो दुष्काल भाग निकला परन्तु जल्द ही वापस लौटा अपने साथ लेकर एक विचित्र बौना शांतनु। जिसकी असीम शक्ति के बल पर उसने राजकुमारी पल्लवी को पराजित कर तहस-नहस कर दिया उसका राज्य। राजकुमारी पल्लवी जान बचाती हुयी भाग निकली और उसको मिली महर्षि विश्वकर्मा की आत्मा जिसने पल्लवी को बताया की उनकी मौत का कारण दुष्काल ही है जो उनको मारकर उनके परम शक्तिशाली शिष्य शांतनु को धोखे से अपना गुलाम बना कर ले गया। अब दुष्काल और बौने शांतनु को रोकने के लिए महर्षि विश्वकर्मा ने शुरू कर दिया महायज्ञ। और फिर................?
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