चक्रधरपुर का मंत्री दुष्कर्मा जिसको उठा ले गया एक विशालकाय बाज जो था एक दुष्ट तांत्रिक का जिसको अपने देवता को बलि देने के लिए चाहिये थे एक सहस्त्र मानव। मंत्री दुष्कर्मा ने किया उससे अपनी जान का सौदा और किया उससे वादा प्रतिदिन मानव उसके पास भेजन का उसके बाद दुष्कर्मा ने चक्रधर के लोगों को पकड़कर भेजना शुरू कर दिया दुष्ट तांत्रिक के पास। जब इस बात की खबर लगी राजा कनिष्कराज को तो उसे दुष्ट मंत्री ने राजा और उसकी रानी को भी बना दिया उस बाज का शिकार और कर लिया राज्य पर कब्जा। परन्तु एक राजा का एक वफादार सैनिक बचा ले गया नन्ही राजकुमारी को। और फिर.........?
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