तारापुर का राजा अजीतपाल जिसके यहां पुत्र का जन्म होते ही उसकी पत्नी की मृत्यु हो गई इसलिए उस पुत्र अजयपाल को मनहूस मान लिया अजीतपाल ने। अजयपाल जब शिक्षा ग्रहण करने पहुंचा तो आश्रम के गुरू की भी मृत्यु हो गई। वापिस अपने राज्य आने पर राजा अजीतपाल से राज्य छिन गया। यह सेब देख अजीतपाल ने अजयपाल को मनहूस कह कर निकाल दिया। अजयपाल जंगलों में भटकता हुआ मिल गया रावतपुर का राजा शिवप्रताप से जिसकी बेटी को बचपन में उठा ले गई थी तिलिस्मघाटी की चुड़ैल। शिवप्रताप की बेटी उर्मिला को वापस लाने की जिम्मेदारी उठाई अजयपाल ने। और फिर..........?
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