चक्रनगर के राजा चक्रधर जिनके पास आया उनकी पुत्री राजकुमारी विजया के विवाह का प्रस्ताव विजयनगर के राजा कर्मादित्य के पुत्र कल्पतरू के साथ परन्तु चक्रधर ने उसको ठुकरा दिया परिणाम चक्रनगर और विजयनगर के बीच युद्ध। युद्ध में मारे गये दोनों राजा चक्रधर और कर्मादित्य तब राजकुमारी विजया ने खाई कसम विजयनगर को मिटा देने की। इधर कल्पतरू के राजा बनने के बाद उसने भी कर दिया चक्रनगर पर हमला परन्तु नाकाम रहा रानी विजया को खत्म करने पर क्योंकि उसका सिर काटने के पश्चात पुनः जुड़ जाता था। तब कल्पतरू ने निश्चय किया इस चमत्कार के रहस्य को जानने का। और फिर.........?
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