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Saturday, June 26, 2010

नरभक्षी दुर्दांत

क्षिप्रहस्त नगर का राजा चंद्रमौलि जिसके नगर में आतंक मचा हुआ था नरभक्षी दुर्दांतों का जो नगर में आकर अपने खाने के लिए नागरिकों को उठा ले जाते। राज्य के सैनिक भी उनको रोकने में रहे नाकाम क्योंकि उनको मारने पर भी मरे हुए दुर्दांतों को संजीवनी विद्या द्वारा पुनः जीवित कर देते थे महर्षि दण्डपाणि परन्तु वह अपनी संजीवनी विद्या किसी को न सिखाते। इधर क्षिप्रहस्त नगर के सेनापति क्षौरिक ने राज्य पर कब्जा करने के लिए मदद ली उन्हीं नरभक्षी दुर्दांतों की और राजा को मारकर कर लिया राज्य पर कब्जा। चंद्रमौलि के दोनों राजकुमार गिरीष और शिरीष जान बचाकर भागते हुए बिछड़ गए एक दूसरे से। और फिर...........? 

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