शक्तिशाली कौशांग नरेश अजीतपाल सिंह जिसकी तमन्ना थी समस्त राज्य को जीतकर अपना वर्चस्व फैलाना परन्तु अपने पडौसी राज्य दिव्यनगरी से उसे करना पड़ा हार का सामना तब उसने रची एक खतरनाक साजिश। इधर दिव्यनगरी के राजा दिव्यकुश के राजकोष से प्रतिदिन गायब होने लगी एक अशर्फी। कोई भी न जान पाया उसका रहस्य तब उस रहस्य को सुलझाने राजदरबार में आया प्रतापसिंह नामक एक परदेसी। और फिर...........?
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