विदिषा नगर की राजकुमारी नंदनी जिससे विवाह करना चाहता था दुष्ट राक्षस त्रिशिरा तब त्रिशिरा से निपटने के लिए राजा विष्णुदत्त ने ली मदद महर्षि कपिंजल से। महर्षि ने मार गिराया त्रिशिरा को इस वजह से उनको अपनी शक्ति पर हो गया अभिमान। इधर कैलाश पर्वत में भगवन शिव द्वारा थूके गए झूठे फल के कारण विदिषा नगर में उग आया एक विचित्र विषवृक्ष जो एक राक्षस में बदलकर मचने लगा तबाही। विदिषा के नागरिक करने लगे त्राहि-त्राहि और अपनी रक्षा के लिए जा पहुंचे महर्षि कपिंजल की शरण में। और फिर.........?
No comments:
Post a Comment