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Saturday, May 1, 2010

शैतान का अंत

महाबलीपुरम का ज्वालासिंह जो बेहद दुष्ट और चालाक चोर था उसको पता चला घने जंगल में बने एक मंदिर का जिसके प्रांगण में बनी हुयी थी एक सफ़ेद हाथी की मूर्ति जिसके सूंड में थी एक अनमोल रुद्राक्ष की माला। वह हाथी की मूर्ति हर पूर्णिमा की रात को जीवित हो उठती और जिस किसी के भी पास वह माला होती उसको मार देती। इस राज का पता चलते ही ज्वालासिंह ने वह रुद्राक्ष की माला चुराकर महाबलीपुरम के राजा को दे दी और जब राजा को हाथी ने मार दिया तो उसने महाबलीपुरम राज्य पर कर लिया कब्ज़ा। और फिर..........?

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