बांकेलाल, जिसने विशालगढ को तो डाकू सुल्तान सिंह से बचा लिया। पर उन डाकुओं द्वारा लुटे गए दुसरे राज्यों के राजकोषों के खजाने का कुछ पता नहीं चला। क्योंकि बांकेलाल पहले भी एक बार डाकुओं के ठिकाने पर जा चुका था इसलिए उसने किया फैसला उस खजाने को ढूंढकर उस पर हाथ साफ़ करने का। और चल पड़ा बांकेलाल खज़ाना ढूंढने। और फिर...............................?
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