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Wednesday, May 26, 2010

रूहों का शिकंजा

मापाल के राष्ट्रपति मानवेन्द्र भारत आये सुपर कमांडो ध्रुव से मदद मांगने के लिए क्योंकि उनको अचानक परेशान कर रहीं थीं उनके मरे हुए परिजनों की आत्माएं। ध्रुव पहुँच गया मापाल की राष्ट्रपति के निवास पर उन आत्माओं का रहस्य जानने। पर इससे पहले की वो राष्ट्रपति के परिजनों की आत्माओं का रहस्य सुलझा पता उसको ही दिखाई देने लगे उसके मरे हुए माता-पिता की आत्माएं। और फिर.................................?

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