सतलुज देश जहाँ एक पहाड़ की चोटी पर रखा था एक तांत्रिक की चमत्कारी खोपड़ी और एक दिव्य तलवार जिसे पाने के फ़िराक में था दुष्ट कलयुग और सतलुज देश के राजा सतलुज। सतलुज की तरफ से लड़ रहा था उनके महामंत्री का पुत्र वीर योद्धा शुक्राल जिसने कलयुग के पुत्र महाक्रोधी का कर दिया वध। इधर कलयुग ने भी कर दिया राजा सतलुज का अंत और हासिल कर ली वो चमत्कारी खोपड़ी और वो दिव्य तलवार हाथ लगी शुक्राल के। सतलुज की मौत के बाद सेनापति दो दांत ने राजा बनना चाहा परन्तु महामंत्री ने कर दिया इन्कार। इस बात से खफा हो सेनापति जा मिला दुष्ट कलयुग के साथ और शुक्राल से दिव्य तलवार हासिल करने के लिए उसने चली एक चाल और सतलुज देश के निवासियों को भड़का दिया शुक्राल के खिलाफ। और फिर ..........?
No comments:
Post a Comment