परीलोक को फिर से बसाने निकले भोकाल और तुरीन की राह में कांटे बिछाने आ गए थे कचरा, मैला, चोरबालू, अचम्भा, वज्रकली और धूम्रकाल जैसे शैतान परन्तु जब वो भोकाल को रोकने में रहे नाकाम तो कचरा, मैला, चोरबालू ने सवोर्ग के राजा शक्तिशाली को बहका कर बना दिया भोकाल का दुश्मन और भिड़ा दिया आपस में परन्तु सारी ग़लतफ़हमी दूर कर दोनों आपस में बन गए मित्र और खड़े हो गए उन शैतानों के खिलाफ। इधर सारे शैतान भी हो चुके थे एकजुट भोकाल और उसके मित्रों को ख़त्म करने के लिए। इधर धूम्रकाल ने चली एक और चाल और भोकाल की ढाल के बाद चुरा ली उसकी तलवार, परन्तु उसके साथ ही रहस्यमय ढंग से भोकाल भी हो गया गायब। और फिर.........?
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