विशालगढ़ की खोज में भटक रहे बांकेलाल और विक्रमसिंह को एक वन में मिल गयी एक राक्षसी छप्पन जो बांकेलाल से शादी करने के लिए उठा ले गयी बांकेलाल को। इधर वन में तपस्या कर रहे बकासुर ने देवता से चालाकी से प्राप्त कर लिया गदासुर और जा पहुंचा राक्षसों की बस्ती। राक्षसी छप्पन अपने पिता राक्षसराज बदमिजाज़ के कहने पर बकासुर से शादी के लिए हो गयी तैयार और बांकेलाल को कर दिया आज़ाद। बांकेलाल और विक्रम सिंह फिर जा पहुंचे मासूम नगर जहाँ महाराज कठोर सिंह ने बांकेलाल और विक्रमसिंह को दे दी सजा। बांकेलाल न कठोर सिंह से बदला लेने के लिए बनायीं योजना और राक्षसों और मासूम नगर में युद्ध करवा कर गदासुर हथियाने के लिए चल पड़ा राक्षस बस्ती। और फिर..........?
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