पाताललोक की विडिम्बा नगरी का राजा मल्लयकेतु जो था बेहद नेक, दयालु और न्यायप्रिय
परन्तु उसका बेटा राजकुमार दुर्भग उतना ही उद्दंड, क्रूर और अत्याचारी था।
मल्लयकेतु ने उसका विवाह भी तय कर दिया सेनानायक की पुत्री हिडिम्बा के साथ परन्तु वह न सुधरा। दुर्भग ने जब ऋषि मार्कंड की पुत्री दुवासा पर बुरी नज़र डाली तो मल्लयकेतु ने उसको सजा के तौर पर उसको पातळलोक से निकाल दिया. तब दुर्भग जा पहुंचा पृथ्वी पर और मचा दिया हाहाकार। पृथ्वी की लोग उसको रोकने में रहे नाकाम तब आई दुर्भग की मंगेतर हिडिम्बा और उसने बताया की दुर्भग को रोकने के लिए करनी होगी सींगो की खेती। और फिर..............?
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