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Thursday, September 2, 2010

चीखते गीत

मणिकपुर का राजकुमार रतनसेन जिसको राजपाट और युद्ध के बजाय नृत्यसंगीत से था बहुत लगाव उसके इस लगाव की वजह से परेशान रहते मणिकपुर के राजा समरसेन। उन्होंने रतनसेन की नृत्य संगीत की शिक्षा भी बंद करवा दी परन्तु नृत्यसंगीत और अपने गुरू श्री हरि की पुत्री संगीता के प्रेम उसको न रोक पाता। यह देख समरसेन को और कोई उपाय न सूझा तो उसने श्री हरि की कुटिया में लगा दी आग जिसमें जल मरे श्री हरि और उसकी पुत्री संगीता। इस हादसे से टूट गया रतनसेन उसकी आवाज खो गई और उसको हो गई नृत्यसंगीत से नफरत अब वह कहीं भी नृत्यसंगीत होता देखता तो हो जाता आगबबूला। और फिर.........?

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