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Sunday, September 12, 2010

विनाश के वृक्ष

राजनगर का नेशनल फोरेस्ट जहाँ इन दिनों पेड़ों की तस्करी ज़ोरों पर चल रही थी। जिसकी रोकथाम के लिए फोरेस्ट आफिसरों ने सुपर कमांडो ध्रुव से मदद मांगी। इधर पेड़ों की तस्करी कर रहे तस्करों का सामना हुआ एक आश्चर्यजनक जंगली वनपुत्र से जो पेड़ों से बात करता था और पेड़-पौधे उसकी बात मानकर आश्चर्यजनक कमाल कर जाते थे। वनपुत्र ने उन तस्करों से पता किया उनके बॉस नम्बूदरी का और उससे पेड़ों को कटवाने का बदला लेने राजनगर चल पड़ा। इधर ध्रुव भी वनपुत्र को रोकने की ठान चूका था। और फिर......................?

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