शंकर, एक मामूली सा आदमी एक दिन जिसका सामना हुआ एक आश्चर्य से जब उसे मिला एक दुर्घटना में घायल हुबहू उसका ही हमशकल। उसे देखकर उसके मन में आ गया दौलत का लालच क्योंकि उसका वो हमशकल एक अमीर आदमी दिलीप कोठारी था। शंकर ने दिलीप कोठारी की हत्या कर उसकी जगह खुद दिलीप कोठारी बन गया, और फिर उसने दिलीप कोठारी के पत्नी संगीता की भी हत्या करवा दी। पर आश्चर्यजनक रूप से संगीता पुन: जीवित होकर वापिस आ गई और फिर लेने लगी उन लोगों से बदला जिन्होंने की थी उसकी हत्या। और फिर..................?
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