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Wednesday, December 8, 2010

लाश के टुकड़े

गोविन्द, अस्थाना, मंजरेकर और विपुल चार दोस्त जिसमे से गोविन्द को था भूत-प्रेतों के होने का भरोसा परन्तु बाकि तीनो को नहीं था भूत-प्रेतों पर विश्वास। अपनी बात को साबित करने के लिए गोविन्द तीनो को ले गया एक सुनसान जगह जहाँ अचानक दिखाई दी एक लड़की की आत्मा, डर के कारण अस्थाना ने उस आत्मा पर चला दी गोली। परन्तु वो कोई आत्मा नहीं एक लड़की थी जिसकी हत्या के बाद बचने के लिए चारों ने उसकी लाश फेंक दी खाई में। परन्तु उन सबको बार-बार दिखने लगी उस लड़की की लाश, डर और गुस्से के कारण उन लोगों ने कर दिए उस लाश के टुकड़े। और फिर..............?

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