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Tuesday, December 21, 2010

विकांडा

विकासनगर के महाराज विकास मोहन के खजाने की प्रदर्शनी में हो रही थी रहस्यमय चोरियां। भोकाल, शूतन और अतिक्रूर भी रहे नाकाम चोर को पकड़ने में। महाराज विकास मोहन ने खजाने को सुरक्षित करवाया तांत्रिक टिल्लू के मन्त्रों से। परन्तु उसके बाद रहस्यमय ढंग से गायब हो गए स्वयं महाराज विकास मोहन और विकासनगर पर हमला किया रहस्यमय शैतान विकांडा ने। जो राजकोष में घुसकर चुरा ले जाता खज़ाना। महाबली भोकाल ने उसको पकड़ कर कारागृह के करवा दिया कैद। फिर तीनो महावीरों की मुलाकात हुयी खूबसूरत पीकू पकोडिया से जिससे शादी करने के निर्णय कर अतिक्रूर उसको ले आया राजमहल। और उसी रात एक रहस्यमय साये ने कारागृह में बंद विकांडा को कर दिया आज़ाद और कर लिया कैद भोकाल, शूतान और अतिक्रूर को। और फिर.................?

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