राजा अजीतसिंह जो थे तो बहुत न्यायप्रिय परन्तु अपने इकलौते पुत्र रंजीतसिंह पर करते थे आँख मूँद कर विश्वास। राजकुमार रंजीतसिंह जिसने राज्य की एक गरीब लड़की को अपने प्रेम जाल में फांस रखा था। जब वो लड़की रूही राजकुमार के बच्चे की माँ बनाने वाली थी तो राजकुमार ने उसको दे दिया धोखा, फरियाद लेकर जब रूही और उसका पिता हीरा राजा तक पहुंचे तो रंजीतसिंह ने हीरा को ही दिलवा दी दस कोड़ों की सजा जिससे हो गई उसकी मृत्यु। तब रूही जा पहुंची भगवान के मंदिर इन्साफ की गुहार लिए। और फिर........?
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