रूमानिया के बादशाह आज़ाद बख्त के दरबार में आया एक सौदागर खुदाबक्श जिसके पास था एक अद्भुत कुत्ता जिसको वो चाहता था अपनी जान से भी ज्यादा और कुत्ते को पहनाता था कीमती पत्थरों का पट्टा। उस कुत्ते का राज़ जानने के लिए मल्लिका ने बादशाह को उकसाया परन्तु इससे पहले की वो राज़ जानते खुदाबक्श वापस चला गया। उस विचित्र सौदागर को ढूंढ़ कर वापस लाने की ज़िम्मेदारी ली वजीर की बेटी शबनम ने और निकल पड़ी उसकी तलाश में। और फिर.................?
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