सुस्तराम बने चुस्तराम
चन्दन नगर के राजमहल का पहरेदार सुस्तराम, अपने नाम की तरह बेहद सुस्त और आलसी। चन्दन नगर के राजाकुंवर सिंह ने भी सुस्तराम का भाग्य बदलने की कोशिश की पर अपने आलसीपने के कारण हर बार भाग्य उससे दूर भागता। तब उसके मित्र फुरतराम ने ठानी सुस्तराम को चुस्तराम बनाने की। और फिर......................?
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